ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं बैंक, महंगा हो सकता है कर्ज
मुंबई, 25 जून (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट और नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) बढ़ाए जाने के बाद विभिन्न बैंकों द्वारा मूल उधार दर (पीएलआर) को बढ़ाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं।
पंजाब नेशनल बैंक के अध्यक्ष के. सी. चक्रबर्ती के मुताबिक पीएलआर में आधा प्रतिशत यानी 50 आधार अंक की बढ़ोतरी की जा सकती है।
उन्होंने कहा, "पीएलआर में वृद्धि का सीधा असर उपभोक्ता ऋण, गृह ऋण और निजी ऋण पर पड़ेगा। ये सभी महंगे हो जाएंगे।" चक्रबर्ती का कहना है कि जमा दरें भी बढ़ाई जा सकती हैं।
उधर, बैंक आफ इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक टी. एस. नारायणस्वामी भी चक्रबर्ती की राय से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि जमा और उधार दोनों दरें बढ़नी वाली हैं।
उन्होंने कहा, "फिलहाल हमें आरबीआई की ताजा घोषणा का मुद्रास्फीति पर पड़ने वाले असर का इंतजार करना पड़ेगा। इसके बाद ही ब्याज दरें बढ़ाने के बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा।"
बैंक आफ बड़ौदा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एम. डी. मालया का कहना है कि किसी भी फैसले के पहले हमें स्थिति की समीक्षा करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा, "हम ब्याज दरें बढ़ाए जाने के बारे में परिसंपत्ति देयता समिति (एसेट लायबिलिटी कमेटी) की बैठक के बाद ही निर्णय लेंगे।"
उधर निजी क्षेत्र के देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी के प्रबंध निदेशक केकी मिस्त्री ने कहा, "कोष की लागत बढ़ेगी तो ऋण लेने वालों पर इसका बोझ बढ़ेगा ही।"
बताया जा रहा है चूंकि एचडीएफसी ने पिछले ही सप्ताह पीएलआर में चौथाई प्रतिशत यानी 25 आधार अंक की बढ़ोतरी की थी, इसलिए फिलहाल ब्याज दरें बढ़ाने पर बैंक जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करेगा।
गौरतलब है कि मंगलवार की शाम आरबीआई ने रेपो रेट में 50 आधार अंक की वृद्धि कर इसे मौजूदा 8 प्रतिशत से 8.50 प्रतिशत कर दिया था। इसके अलावा बैंक ने सीआरआर को भी मौजूदा 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.75 प्रतिशत करने की घोषणा की थी।
यह घोषणा हालांकि दो चरणों में लागू की जाएगी। पहले चरण के तहत इस वर्ष 5 जुलाई को सीआरआर में चौथाई प्रतिशत यानी 25 अंक की वृद्धि की जाएगी, जबकि दूसरे चरण के तहत 19 जुलाई को पुन: 25 आधार अंक की वृद्धि कर इसे 8.75 के स्तर तक लाया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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