हनुमान मंदिर में मन्नतों का रोजनामचा
भोपाल, 25 जून (आईएएनएस)। रोजनामचा पुलिस की शब्दावली का एक हिस्सा है। पुलिस का रोजनामचा वह होता है जिसमें फरियादी की फरियाद दर्ज की जाती है। मगर एक ऐसा भी रोजनामचा है जिसमें लोग अपनी मन्नत दर्ज करते हैं। यह रोजनामचा किसी थाने में नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के मोहन बोडिया स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर में है।
यह मंदिर मोहन बोडिया थाने के परिसर में स्थित है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां आने वाले भक्त पूजा अर्चना करने और प्रसाद चढ़ाने के बाद एक रजिस्टर में अपनी मन्नत दर्ज कराते हैं। जो बीमारी ग्रस्त है वह डॉक्टर हनुमान के नाम अर्जी लगाता है, छात्र के लिए हनुमान शिक्षक हैं तो कोर्ट कचहरी की समस्या से ग्रस्त भक्त के लिए हनुमान जज हैं। भक्तों की मन्नत दर्ज कराने के लिए रखे गए रजिस्टर में कुछ इस तरह से खाने बनाए गए हैं जो पुलिस के रोजनामचे से मेल खाते हैं। मसलन नाम, पिता का नाम, पता, समस्या। इसीलिए इस रजिस्टर को रोजनामचे के नाम से पहचान मिल गई है। इतना ही नहीं रजिस्टर के ऊपर भी रोजनामचा ही दर्ज है।
मंदिर के पुजारी शान्ति लाल शर्मा बताते हैं कि यहां सिर्फ हिन्दू ही नहीं हर धर्म को मानने वाले भक्त आते हैं और अपनी मन्नत को रजिस्टर में दर्ज कराते हैं। यहां आने वाले भक्त को यह भरोसा रहता है कि उसकी रोजनामचा में दर्ज की गई मन्नत एक दिन जरूर पूरी होगी। मन्नतों से अब तक सैकड़ों रोजनामचा भर चुके हैं। आम तौर पर हनुमानजी के मंदिर में महिलाएं कम जाती हैं मगर इस मंदिर का आलम यह है कि यहां आने वाले भक्तों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की होती है।
यह मंदिर किसने बनवाया था और किस काल का है इसका कहीं उल्लेख नहीं मिलता है। इस मंदिर में कई वषों से रोजनामचा में मन्नतें लिखने का सिलसिला चला आ रहा हैं। जिस किसी की भी मन्नत पूरी हो जाती है वह मंदिर में आकर विशेष अनुष्ठान कराता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस
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