वेणुगोपाल के खिलाफ पुलिस कार्रवाई चाहता है एम्स का पूर्व अधिकारी
नई दिल्ली, 25 जून (आईएएनएस)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी बी.के.दास चाहते हैं कि उनके व्यक्तिगत दस्तावेजों को गैरकानूनी ढंग से कब्जे में लेने के मामले में पुलिस संस्थान के पूर्व निदेशक पी. वेणुगोपाल और 11 अन्य के खिलाफ कार्रवाई करे।
दास ने मंगलवार को पुलिस से एम्स के अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने का अनुरोध किया।
दास 7 अक्टूबर 2002 को जब छुट्टी पर उड़ीसा गए थे, तो उनके कार्यालय में एम्स के कुछ कर्मचारियों ने तोड़फोड़ की । प्रशासन ने इस घटना के बाद उनका कार्यालय सील कर दिया और उनके व्यक्तिगत दस्तावेज वापस लौटाने से इंकार कर दिया।
दास ने 31 जनवरी 2007 में संस्थान छोड़ दिया और एम्स से अपने व्यक्तिगत दस्तावेज जिसमें पासपोर्ट, पैन कार्ड, और फ्लैट के स्वामित्व के कागजात शामिल हैं पाने के दिल्ली उच्च न्यायालय की शरण ली।
एम्स के वकील ने 9 मई को न्यायालय में दास के कागजात वापस करने की बात कही लेकिन उनको केवल कुछ गैर जरूरी दस्तावेज ही दिए गए।
दास ने आईएएनएस को बताया कि पासपोर्ट, पैन कार्ड और कागजात मांगने पर उनको जवाब दिया गया कि अब लौटाने के लिए कुछ भी नहीं है।
दास ने डिफेंस कालोनी पुलिस स्टेशन में मंगलवार को एक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने इसकी एक प्रति दिल्ली पुलिस आयुक्त को भी भेज दी है।
दास ने कहा कि एक महीने पहले वादा करने के बावजूद उनके दस्तावेज उनको नहीं सौंपे गए। ऐसे में पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने के आलावा उनके पास और कोई चारा नहीं था। उच्च न्यायालय में इस मामले की अगली सुनवाई आठ अगस्त को होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।