मोहनजोदड़ों की सभ्यता पर टेलीविजन धारावाहिक
मुंबई, 22 जून (आईएएनएस)। टेलीविजन के अंतहीन 'सास-बहू' धारावाहिक देखकर थक चुके लोगों के लिए खुशखबरी है। जल्दी ही दर्शकों को प्राचीन मोहनजोदड़ो सभ्यता पर आधारित धारावाहिक 'संभव' देखने को मिलेगा। इसमें उस दौर के परिधानों और संस्कृति से संबंधित जानकारियां भी दी जाएंगी।
'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' और 'चाणक्य' जैसे धारावाहिकों की तर्ज पर इसमें भी प्राचीन सभ्यता को नाटकीय अंदाज में दिखाया जाएगा।
'रीजनेबल एडवरटाइजिंग प्राइवेट लिमिटेड' (आरएपीएल) के अनूप वाधवा कहते हैं, "यह पूरी तरह ऐतिहासिक नहीं होगा, लेकिन इसकी पृष्ठभूमि में मोहनजोदड़ो सभ्यता की बातें देखने को मिलेंगी।"
अनूप के धारावाहिक 'कश्मकश जिंदगी की' ने दूरदर्शन पर 300 कड़ियां पूरे कर लिए हैं।
अलग-अलग चैनलों के लिए अब तक 16 से अधिक नाटकों की कहानी लिख चुके प्रद्योत पंडित ने इस धारावाहिक की कहानी भी लिखी है।
पंडित ने आईएएनएस से कहा कि पहली ही कड़ी लिखने में उन्हें एक साल से अधिक समय लग गया। इसके लिए उन्हें काफी शोध करना पड़ा है।
जल्दी ही अनूप और अशोक वाधवा दूरदर्शन पर महिला पत्रकार पर आधारित धारावाहिक 'कशक' शुरू करने जा रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।