मुशर्रफ संसद को कभी संबोधित नहीं करेंगे!
इस्लामाबाद, 22 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान की राजनीति में आए बदलाव के बाद ऐसा माना जा रहा है राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ नेशनल असेंबली और सीनेट को कभी संबोधित नहीं कर पाएंगे।
पाकिस्तानी समाचार पत्र 'द न्यूज' में रविवार को इस संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। उल्लेखनीय है कि संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करना राष्ट्रपति का संवैधानिक दायित्व होता है।
मुशर्रफ के संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के उद्देश्य से नेशनल असेंबली की स्पीकर फहमीदा मिर्जा ने उन्हें आमंत्रित करने की इच्छा जाहिर की है, इसके बावजूद मीडिया में इस प्रकार रिपोर्ट प्रकाशित हुई है।
'द न्यूज' के अनुसार मिर्जा की इच्छा है कि सदन को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री मुशर्रफ से अनुरोध करें, जिससे वे सदन से रूबरू हो सकें।
उधर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि राष्ट्रपति को सदन में आमंत्रित करने से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सांसद इसे सहजता से नहीं लेंगे और टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मुशर्रफ स्वयं भी इस बात से वाकिफ हैं कि देश के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में वे हाशिए पर कर दिए गए हैं। वे अच्छी तरह जानते हैं कि ऐसी परिस्थिति में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना बुद्धिमतापूर्ण कार्य नहीं कहलाएगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में पूर्ववर्ती सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में मुशर्रफ ने मात्र एक बार संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था और वह सत्र काफी हंगामेदार रहा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*