वैज्ञानिकों ने सर्वाधिक स्पष्ट दिखने वाले एक्स-रे का स्रोत विकसित किया
वाशिंगटन, 21 जून (आईएएनएस)। विभिन्न रोगों की पहचान और खोज में इस्तेमाल एक्स-रे तकनीकी से ली गई तस्वीरें अब पहले से 10 करोड़ गुना अधिक साफ दिखेंगी। इसके पीछे फ्री इलेक्ट्रान लेजर ऑसिलेटर यानी एक्स-फेलो जैसे अत्याधुनिकी प्रकाश स्रोतों की भूमिका है।
वाशिंगटन, 21 जून (आईएएनएस)। विभिन्न रोगों की पहचान और खोज में इस्तेमाल एक्स-रे तकनीकी से ली गई तस्वीरें अब पहले से 10 करोड़ गुना अधिक साफ दिखेंगी। इसके पीछे फ्री इलेक्ट्रान लेजर ऑसिलेटर यानी एक्स-फेलो जैसे अत्याधुनिकी प्रकाश स्रोतों की भूमिका है।
एक्स-फेलो विभिन्न क्षेत्रों में शोध के नए अवसर पैदा करेगा। यह हार्ड एक्स-रे फोटो इमिशन स्पेक्टोस्कोपी के लिए काफी उपयुक्त साबित होगा। मौजूदा एक्स-रे तकनीकी में साफ तस्वीर तैयार करने के लिए एडवांस्ड फोटोन सोर्स (एपीएस) का इस्तेमाल किया जाता है। इस तकनीकी में तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है।
अमेरिकी ऊर्जा विभाग के वैज्ञानिकों ने 10 करोड़ गुना अधिक साफ तस्वीर तैयार करने में इस्तेमाल प्रकाश स्रोत एक्स-फेलो की ईजाद की है। एक्स-फेलो पल्स का वैंडविथ काफी कम होता होता है, इसलिए तस्वीर ज्यादा साफ होती है। सेल्फ-एम्प्लायड स्पॉनटेनस इमिशन (सेस) की तुलना में इसका बैंडविथ तीन से चार गुना कम होता है। इस शोध से जुड़े क्वांग जे किम ने कहा कि सेस तकनीकी से पैदा होने वाली एक्स-रे तस्वीर मौजूदा तस्वीर से 10 हजार गुना अधिक साफ होती है, पर एक्स-फेलो प्रकाश स्रोत से तैयार एक्स-रे 10 करोड़ गुना अधिक साफ होता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।