भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बावजूद बांग्लादेश में भ्रष्टाचार
ढाका, 19 जून (आईएएनएस)। बांग्लादेश सरकार को व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाने के बावजूद कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है। बर्लिन स्थित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) 'ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल' ने बांग्लादेश को सबसे ज्यादा भ्रष्ट करार दिया है।
ढाका, 19 जून (आईएएनएस)। बांग्लादेश सरकार को व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाने के बावजूद कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है। बर्लिन स्थित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) 'ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल' ने बांग्लादेश को सबसे ज्यादा भ्रष्ट करार दिया है।
ट्रैंसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश (टीआईबी) द्वारा बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक कार्यवाहक सैनिक सरकार द्वारा पिछले वर्ष जनवरी से चलाए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बावजूद यहां भ्रष्टचार अपनी जड़ें लगातार मजबूत कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक 16 महीने के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के दौरान लगभग 200 राजनीतिज्ञों, अधिकारियों और उद्यमियों समेत लगभग दो लाख से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है और कई अन्य के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
टीआईबी के मुताबिक वर्ष 2007 की पहली छमाही के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, भूमि वितरण, स्थानीय प्रशासन और विभिन्न उपयोगी सेवा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार बढ़ा है।
'नेशनल हाउसहोल्ड सर्वे ऑन करप्शन 2007' के मुताबिक पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) समेत कानून अनुपालन से जुड़ी ज्यादातर एजेंसियों में भ्रष्टाचार सबसे ज्यादा है, जबकि रिश्वत के मामले में भूमि प्रशासन सबसे ज्यादा भ्रष्ट पाया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि वर्ष 2007 के पहले छमाही के दौरान प्रति व्यक्ति आय का 3.84 प्रतिशत रिश्वत का भेंट चढ़ गया।
टीआईबी के कार्यकारी निदेशक इफ्तिखार-उज-जमां ने कहा, "पिछली दो निर्वाचित सरकारों के कार्यकाल के दौरान बांग्लादेश में भ्रष्टाचार जिस स्तर पर था, वही स्तर कमोबेश अब भी कायम है, यह बड़ी विकट परिस्थिति है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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