बनारस में 30 बाढ़ चौकियों की होगी स्थापना
वाराणसी, 19 जून (आईएएनएस)। समय से मानसून के सक्रिय होने और आसपास के जिलों में लगातार हो रही वर्षा व नदियों के बढ़ते जल स्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने हेतु पुख्ता प्रबन्ध करने का दावा किया है। इसके लिए जिले में 30 बाढ़ चौकियां स्थापित की जाएंगी।
इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति में लोगों को तत्काल राहत देने के लिये जिले के पिंडरा और सदर तहसीलों को पांच पांच लाख रुपये का आवंटन भी कर दिया गया है।
गंगा का जल स्तर अभी खतरे के निशान से लगभग 21 मीटर नीचे बह रहा है लेकिन जिला प्रशासन ने बाढ़ आने व गावों के घिरने पर तथा बीमारियों से निबटने हेतु सभी प्रबन्ध को अन्तिम रूप अभी से दे दिया है। बाढ़ से निबटने के लिये प्रशासन ने नोडल व समन्वय समिति का गठन कर उसका प्रभारी बंधी प्रखण्ड के अधिशासी अभियन्ता आर. पी. सिंह को बना दिया है। बाढ़ के दौरान सिगरा स्थित सिंचाई विभाग में बाढ़ नियंत्रण केन्द्र स्थापित किया जायेगा।
बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए बनाये गये नोडल अधिकारी आर. पी. सिंह ने बताया कि इस बार बाढ़ से निपटने के लिए सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति में जिले के प्राय: सभी प्राथमिक विद्यालयों में बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी जायेगी जहां प्रचुर मात्रा में खाद्य सामग्री शुद्ध पेयजल व चिकित्सा की व्यवस्था रहेगी। बाढ़ चौकियों पर सामानों की उपलब्धता और उसे समुचित ढंग से बंटवाने की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा अधिकारी की होगी। इन चौकियों से पशुओं के चारा वितरण की व्यवस्था भी की जायेगी, जिसकी देख रेख प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी करेंगे।
बाढ़ के दौरान पशुओं व आम आदमीं में महामारी को फैलने से रोकने के लिये मुख्य चिकित्सा अधिकारी व पशुधन अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। बाढ़ आने के पूर्व सभी कुओं में ब्लीचिंग पाउडर डालकर उसके जल के शुद्धिकरण के भी निर्देश जारी कर दिये गये है। इसके साथ ही एक डाक्टर के नेतृत्व में एक सचल दस्ते का भी गठन किया गया है जो बाढ़ के दौरान बीमार लोगों का इलाज करेगा, तथा बाढ़ के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए सहायक अभियन्ता बंधी प्रखंड को नियुक्त किया गया है। बाढ़ से घिरे लोगों व पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिये 130 नावों को भी अभी से सुरक्षित कर लिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।