भागलपुर दंगा पीड़ितों को मुआवजा
प्रत्येक दंगा पीड़ित परिवार को 3,50,000 रुपये की राशि दी जाएगी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि यह राशि राज्य सरकार द्वारा दंगा पीड़ितों को दी गई राशि के अतिरिक्त है। उन्होंने बताया कि दंगे में घायल 22 लोगों के परिवारों को 1,25,000 रुपये दिए जाएंगे।
इस फैसले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने भागलपुर दंगा पीड़ितों को मुआवजा देने का फैसला काफी विलंब से लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने केंद्र सरकार को फरवरी 2006 में इस संबंध में पत्र भेजा था और यह मांग की थी कि भागलपुर दंगा पीड़ितों को 1984 के सिक्ख दंगे की तर्ज पर मुआवजा दिया जाए लेकिन केन्द्र सरकार ने ऐसा नहीं किया।
इसके बाद बिहार सरकार ने पीड़ितों को सितंबर 2007 से दो हजार रुपये प्रतिमाह मुआवजा दे रही है। उन्होंने कहा कि दंगे के दौरान दंगाइयों ने जो जमीन लोगों से छीनी थी उनमें से 16 मामलों में जमीन वापस की जा चुकी है।
उधर, भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष पी़ एऩ सिंह ने कहा कि आखिर केन्द्र सरकार को इस चुनाव वर्ष में ही भागलपुर दंगे की क्यों याद आयी? उन्होंने कहा कि आज केन्द्र की सरकार भागलपुर दंगे में प्रभवित 844 लोगों को प्रति व्यक्ति 3.50 लाख रुपये की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह चुनावी मुद्दा है जिसे केन्द्र सरकार भुनाना चाहती है।
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