जापानी कंपनी होगी रैनबैक्सी में हिस्सेदार
मालविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह के संयुक्त स्वामित्व वाली कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज के मौजूदा प्रोमोटर्स अपने 34.82 प्रतिशत हिस्सेदारी 2.7 अरब डालर की अनुमानित राशि में बेचना चाहते हैं।
देश के दवा उद्योग के संभवत: इस सबसे बड़े सौदे के बारे में मालविंदर सिंह ने कहा, "यह महत्वपूर्ण सौदा साबित होगा। इससे देश के दवा उद्योग का परिदृश्य बदल जाएगा।"
उल्लेखनीय है कि दवा बनाने वाली जापान की कंपनी डाइची सैंक्यो ने पिछले महीने घोषणा की थी कि भारत में उसकी अनुषंगी कंपनी 'डाईची सैंक्यो इंडिया फार्मा' अपने कारोबार का विस्तार करेगी।
बताया जा रहा है कि इस सौदे से डायचे सैंक्यो को भारत में ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन सभी देशों में भी कारोबार फैलाने का मौका मिलेगा जहां रैनबैक्सी की उपस्थिती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें