'मुन्नाभाई' ले उड़े चार नेशनल अवार्ड
वहीं, 'काबुल एक्सप्रेस' के लिए आदित्य चोपड़ा को सर्वश्रेष्ठ निर्माता पुरस्कार प्राप्त हुआ। मलयालम फिल्म 'पुल्लिजन्मा' को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला। बंगाली फिल्म 'पोदोखेप' में बेहतरीन अभिनय के लिए सौमित्रा चटर्जी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं, तमिल अभिनेत्री प्रियामणि को 'पारुथि वीरैन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इनके अलावा अभिजात जोशी, राज कुमार हिरानी और विधु विनोद चोपड़ा को सर्वश्रेष्ठ स्क्रिनप्ले अवार्ड दि या गया। 'बंदे में था दम- वंदे मातरम्' गीत के लिए स्वानंद किरकरे को सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार दिया गया। फिल्म 'लगे रहो मुन्ना भाई' और मराठी फिल्म 'सेवरी' में सहायक अभिनेता की भूमिका निभाने वाले कलाकार दिलीप प्रभावलकर को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला।
दिव्या चाहदकर को कोंकणी भाषा की फिल्म 'अंतर्नाद' के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल पुरस्कार दिया गया। इसी फिल्म के पाश्र्वगायन के लिए आरती अंकलेकर को सर्वश्रेष्ठ महिला पाश्र्वगायिका और गुरदास मान को पंजाबी गीत 'वारिस शाह इश्क दा वारिस' के लिए सर्वश्रेष्ठ पाश्र्वगायक का पुरस्कार दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फीचर फिल्म का पुरस्कार 'खोसला का घोंसला' को दिया गया, जबकि सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी फिल्म का पुरस्कार 'क्वे स्ट' को मिला। 'एकांथम' के निर्माता एंथनी जोजेफ और 'काबुल एक्सप्रेस' के निर्माता आदित्य चोपड़ा को सर्वश्रेष्ठ निर्माता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पहली सर्वश्रेष्ठ निर्देशित फिल्म का इंदिरा गांधी पुरस्कार मलयालम फिल्म 'एकांथम' और 'काबुल एक्सप्रेस' की झोली में गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।