अमेठी, रायबरेली पर अब पासवान भी मेहरबान
पासवान ने कहा कि सेल अमेठी के साथ-साथ सीतापुर में भी एक प्रोसेसिंग संयत्र लगाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों संयत्र 300-300 करोड़ की लागत से स्थापित किए जाएंगे। गौरतलब है कि केंद्र की संप्रग सरकार में पासवान पहले ऐसे मंत्री नहीं हैं जिन्होंने अपने मंत्रालय से अमेठी और रायबरेली के लिए परियोजनाओं की सौगात दी है।
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने पिछले वर्ष रायबरेली में लालगंज के निकट बालीमऊ में रेल कोच फैक्ट्री की परियोजना का शिलान्यास सोनिया गांधी की मौजूदगी में किया था।
अमेठी और रायबरेली को तोहफा देने वालों में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री अर्जुन सिंह भी हैं। उनका मंत्रालय अमेठी में 'इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी' की स्थापना कर रहा है।
इस फेहरिस्त में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कमलनाथ भी शामिल हैं। इनके मंत्रालय द्वारा रायबरेली में 'लेदर टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट' की स्थापना की प्रक्रिया जारी है। उधर कपड़ा मंत्री शंकर सिह वाघेला के मंत्रालय द्वारा भी रायबरेली में 'नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्न ोलॉजी' (निट) की स्थापना की गई है।
इस मामले में पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा भी पीछे नहीं हैं। उनका मंत्रालय अमेठी संसदीय क्षेत्र के जायस कस्बे में 'पेट्रोकेमिकल्स रिसर्च इंस्टीट्यूट' की स्थापना कर रहा है।
भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री संतोश मोहन देव अपने मंत्रालय की ओर से अमेठी स्थित भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (भेल) के संयंत्र का विस्तार कर रहे हैं। इस परियोजना में 450 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
इसके अलावा रक्षा मंत्री ए. के. एंटोनी के मंत्रालय द्वारा अमेठी संसदीय क्षेत्र के मुंशीगंज में 450 करोड़ रुपये की लागत से स्माल आर्म्स फैक्ट्री की स्थापना प्रस्तावित है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस