गुर्जर आंदोलन : सवाई माधोपुर में पुलिस फायरिंग, 3 मरे (लीड)
जयपुर, 30 मई (आईएएनएस)। राजस्थान में अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल होने के लिए आंदोलन कर रहे गुर्जर समुदाय की आज पुलिस से हुई झड़प में तीन लोग मारे गए। यह घटना सवाई माधोपुर में हुई।
इस ताजा घटना के बाद गुर्जर आंदोलन के दौरान हुई हिंसक वारदातों में अब तक मरने वालों की संख्या 40 हो गई है।
पुलिस महानिरीक्षक (भरतपुर रेंज) उमेश मिश्रा ने आईएएनएस को जानकारी दी, "गुर्जरों द्वारा मार्ग रोके जाने के कारण यह घटना घटी। पुलिस ने जब भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो उस पर पत्थर बरसाए गए। जवाब में हमने आंसू गैस छोड़ी, जिसके बाद गोली चलानी पड़ी।"
तनावपूर्ण हालात को देखते हुए भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, करौली जिलों में सैन्य और अर्धसैन्य बल तैनात किए गए हैं।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस घटना के बाद गुर्जर समुदाय अपनी मांग मनवाने के लिए और अधिक जिद पर अड़ जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह घटना ऐसे समय हुई जब राज्य सरकार और गुर्जर नेताओं के बीच बातचीत शुरू कराने के लिए गुर्जर नेताओं की एक बैठक चल रही थी।
इस बैठक में गुर्जर नेता कर्नल के. एस. बैंसला और उनके सहयोगियों की रजामंदी के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया है।
गुर्जर संघर्ष आरक्षण समिति के प्रवक्ता रूप सिंह ने कहा, "प्रस्ताव तैयार करने के बाद हम बयाना जाएंगे जहां उस पर कर्नल बैंसला के साथ विमर्श किया जाएगा।"
उधर भाजपा सांसद और भरतपुर शाही परिवार के वंशज विश्वेंद्र सिंह को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मसले को सुलझाने के लिए सहयोग करने को कहा है।
गौरतलब है कि गुर्जर समुदाय को राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा प्राप्त है, लेकिन वे अनुसूचित जाति (एसटी) में शामिल होने की मांग कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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