केद्र दे रहा आर्थिक आतंकवाद को बढ़ावाः जयललिता
सुश्री जयललिता ने यहां जारी बयान में कहा कि केन्द्र सरकार इससे भलीभांति अवगत है कि आतंकवादी भारतीय उद्यमों में धन लगा रहे हैं और अब तक वित्त मंत्रालय ने "पी नोट्स" प्रणाली को लेकर कोई उपाय नहीं किये हैं जिससे आतंकवादी अपनी पहचान बताये बगैर व्यापक पैमाने पर भारतीय बाजार में निवेश कर रहे हैं और बाद में इस धनराशि का उपयोग भारत में आतंकवादी गतिविधियों में किया जाता है।
सुश्री जयललिता ने इस पर आश्चर्य जताया कि ऐसी कौन सी बात है जो श्री चिदंबरम को बेनामी कोराबार निवारण अधिनियम 1988 को लागू करने से रोक रही है और उन्हें यह कहने पर मजबूर कर रही है कि सभी पी नोट्स ट्रांजेक्शन वास्तविक है और यह सुनिश्चित कर रहे है कि पी नोट्स के माध्यम से कोई भी भारतीय निवेश नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण है। श्री चिदंबरम को इन मुद्दों पर कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए अन्यथा देश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है । सुश्री जयललिता ने कहा कि हाल के महीनों में कमरतोड़ महंगाई और आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं ने देश को झकझोर दिया है।
उन्होंने कहा कि महंगाई और आतंकवाद को जोड़ने वाला एक ही धागा है जिसे आर्थिक आतंकवाद कहा जाता है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर सत्ता में बने रहने के लिये राष्ट्रीय हित को बलि चढ़ाने का आरोप भी लगाया।