आरुषि हत्याकांडः मां-बाप बंदी, सवाल अनसुलझे
गौरतलब है कि आज सुबह पुलिस तलवार को पूछताछ के लिए किसी अज्ञात स्थान पर ले गई थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की खोज के लिए तलवार दंपत्ति को हरिद्वार लेकर गई हैं। पुलिस को इस मामले में बहुत से सबूत मिले है लेकिन पुलिस को अभी तक हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार बरामद नहीं कर पाई है। इसके अलावा पुलसि को आरुषि और हेमराज का सेल फोन भी अभी तक नहीं मिले है हालांकि पुलिस ने मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी की मदद से काल की डिटेल जानकारी प्राप्त कर ली है।
हालांकि हत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन नोएडा के एसएसपी का कहना है कि आरुषि का कत्ल ऑनर किलिंग का मामला भी हो सकता है। ऑनर किलिग का मतलब होता है घर की इज्जत बचाने के लिए किया गया कत्ल।
आरुषि मर्डर केस में पुलिस अब तक कई मूल सवालों के जवाब देने की स्थिति में नहीं है। इन सारे सवालों के जवाब ढूंढना अभी बाकी है।
1. आरुषि के पैरंट्स ने अपनी बेटी को रात में लॉक क्यों किया ? नौकरानी भारती ने साफ कहा है कि उसे आरुषि की मां ने ऐसा करने के लिए कहा था।
2. टैरेस, जहां हेमराज का शव मिला, उसकी चाबियां किसके पास थीं ?
3. अगर खून से सनी बेडशीट और मैटरेस को ड्राइवर उमेश ने छत पर सूखने के लिए डाला, तो उसे ऐसा करने के लिए किसने कहा था ?
4. घर के मेन डोर को किसने लॉक किया और क्यों ? जब सुबह भारती आई तो आरुषि की मां ने चाबियां बाहर फेंकी और दरवाजा खोला गया।
5. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कहती है कि आरुषि का कत्ल गुरुवार दोपहर 12 से रात 12 बजे के बीच हुआ। लेकिन आरुषि के दोस्त और क्लासमेट्स के बयान से साफ जाहिर कि इस दौरान तो आरुषि जिंदा थी। वक्त की यह गड़बड़ी कहां और क्यों हो रही है ?
6. क्राइम साइट को जांच करने वालों के अलावा बाकियों के लिए बंद क्यों नहीं किया गया ?
7. तलवार के गैरेज को खोलने के लिए पुलिस को दूसरी चाबियां बनवानी पड़ीं। गैराज की चाबी कहां थी ?
8. पहले किसका कत्ल हुआ, हेमराज का या आरुषि का ? पुलिस के बयानों में विरोधाभास है।