उड़िया इतिहासकार करूणा सागर बेहरा नहीं रहे
गौरतलब है कि उन्होंने इतिहास, संस्कृति, कला और पुरातत्व से संबंधित विषयों पर कई पुस्तकें और लेख लिखे। उनकी किताबों में 'कोणार्क' और 'द हेरिटेज ऑफ मैनकाइंड' प्रमुख हैं। 'द हेरिटेज ऑफ मैनकाइंड' में उन्होंने मंदिरों के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है।
पांच दिसंबर 1939 को जन्मे बेहरा ने अपना शोधकार्य 'कोणार्क के सूर्य मंदिर' पर किया था। वे अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं।
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