राहुल आधी रात में अचानक दलितों के गांव पहुंचे
अमेठी, 17 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश स्थित अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के एक दलित गांव में आधी रात को अचानक पहुंचकर स्थानीय लोगों को अचंभे में डाल दिया। उस दौरान छह गांवों की लगभग 60 महिलाएं बैठक कर रही थीं।
अमेठी से 10 किलोमीटर और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 100 किलोमीटर दूर वनपुरवा गांव में राहुल आधी रात को पहुंचे जहां विकास की कोई किरण अब तक नहीं पहुंच पाई है। इस गांव के ज्यादातर लोग गरीबी की मार झेल रहे हैं।
वनपुरवा में रहने वाले सभी परिवार दलित समुदाय के हैं और इनके घर मिट्टी से बने हैं। यहां बिजली नहीं है, सबसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तीन किलोमीटर दूर है और सबसे नजदीकी स्कूल दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गांव तक जाने वाला रास्ता भी व्यवस्थित नहीं है।
शुक्रवार देर रात को रहुल जैसे ही वनपुरवा गांव पहुंचे बैठक कर रही सभी महिलाएं खड़ी हो गईं। उस दौरान जमीन पर बैठी स्वयं सेवी समूह की सदस्य महिलाएं राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के तहत जारी वित्तीय सहायता पर चर्चा कर रही थीं।
इन दलितों के गांव में राहुल गांधी का जाना और उनके साथ भोजन करना स्थानीय ग्रामीणों के लिए किसी सपने से कम नहीं था।
सरोज स्वयं सहायता समूह की सदस्य सुमित्रा देवी ने आईएएनएस को बताया, "उन्होंने हम से पूछा कि स्वयं सहायता समूह वाली परियोजना से हमारे जीवन में क्या बदलाव आया है।"
उस महिला ने राहुल को बताया कि इस परियोजना से न केवल उनकी आमदनी बढ़ी है बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है।
इंडो-एशियन न्यूज सिर्विस।