पाक में खाद्यान्न संकट, भूखे हैं गरीब
इससे पाकिस्तान की 17 करोड़ की जनसंख्या में से उन लोगों के सामने भोजन की समस्या पैदा हो गई जो रोजाना केवल दो डालर की आमदनी से अपना खर्च चलाते हैं।
पाकिस्तान में गेंहू के आटे की कीमत 5,000 रुपये प्रति क्विं टल तक पहुंच गई है। पिछले वर्ष गेंहू की कीमत 1300 रुपये प्रति क्विं टल ही थी।
देश में गेंहू संकट के लिए पिछली सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। सरकार ने पिछले वर्ष 16 लाख टन गेंहू का निर्यात किया था। सरकार का कहना था कि घरेलू खपत के लिए आवश्यक दो करोड़ टन गेंहू का भंडारण पर्याप्त है।
इसे सरकारी भ्रष्टाचार की ओर संकेत करते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी एक टेलीविजन साक्षात्कार में कहा, "हमने 200 डालर प्रति टन की कीमत पर गेंहू निर्यात किया और 400 डालर प्रति टन पर आयात कर रहे हैं।"
शरीफ ने प्रश्न किया कि गेंहू के आयात और निर्यात के इस खेल में किन लोगों ने अरबों रुपये बनाये।
पाकिस्तान में गेंहू की फसल तैयार हो चुकी है लेकिन सर्दी के मौसम के लंबा चलने, सरकार द्वारा सहायता मूल्य घोषित करने में देरी और पानी की कमी के चलते इस बार फसल के कमजोर होने का अनुमान है।
नई सरकार ने 25 लाख टन गेंहू के आयात का फैसला किया है, लेकिन उससे मुसीबत झेल रहे लोगों को राहत मिलने की संभावना कम ही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।