अक्षय तृतीया से भी नहीं मिली सोने को संजीवनी
नई दिल्ली, 17 मई (आईएएनएस)। पिछले कई महीनों से कीमतों में तेजी की मार झेल रहे कारोबारियों व निवेशकों की बची -खुची आशा पर भी इस वर्ष अक्षय तृतीया ने पानी फेर गया। कारोबारी उम्मीद कर रहे थे कि अक्षय तृतीया महीनों से जारी मांग में कमी की भरपाई कर देगी।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार अक्षय तृतीया पर सोने की मांग में पिछले वर्ष की तुलना में 11 फीसदी की कमी दर्ज की गई। कारोबारी डब्ल्यूजीसी के आंकड़ों को बेमानी करार दे रहे हैं। उनके मुताबिक इस वर्ष अक्षय तृतीया पर मांग में कुल 40 फीसदी की कमी आई।
रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष अक्षय तृतीया के अवसर पर कुल 48.99 टन सोने की खरीद हुई जो पिछले वर्ष की खरीद 55 टन से कम है। मांग में कमी इसलिए भी मायने रखती है कि इस वर्ष अक्षय तृतीया अन्य वर्षो की तरह एक दिन नहीं बल्कि लगातार दो दिन मनाई गई।
लेकिन कीमतों के संदर्भ में आलोच्य अवधि के दौरान बिक्री बेहतर रही। पिछले अक्षय तृतीया की तुलना में इस बार बिक्री मूल्य में 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार महंगाई दर में वृद्धि से भी सोने की खरीद पर नकारात्मक असर देखा गया।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने पिछले वर्ष की तुलना में कीमतों में 33 फीसदी तेजी के बावजूद सोने की मांग को उत्साहवर्धक बताया। इस वर्ष अक्षय तृतीया पर सोने की कीमत 12,000 रुपये प्रति दस ग्राम रही, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान सोने की कीमत 9,000 रुपये प्रति दस ग्राम दर्ज की गई थी।
डब्ल्यूजीसी के भारतीय उपमहाद्वीप स्थित प्रबंध निदेशक अजय मित्रा ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि त्यौहार के दौरान जहां हालमार्किं ग वाले आभूषण की मांग में 25 फीसदी की वृद्धि हुई, वहीं खुदरा व छोटे सर्राफा दुकानदारों की बिक्री में कमी आई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**