जार्जिया ने रूस को सेना भेजने के खिलाफ चेतावनी दी
त्बिलिसी, 16 मई (आईएएनएस)। जार्जिया ने अपने अलग हुए गणराज्य दक्षिण ओस्सेटिया में रूस द्वारा और शांति सैनिकों को भेजने के किसी भी कदम का जवाब देने की चेतावनी दी है।
रूस ने पिछले हफ्ते जार्जिया के एक अन्य विद्रोही क्षेत्र अबखजिया में अपने शांति सैनिकों की संख्या 2000 से बढ़ाकर 3000 कर दी है। जार्जिया ने आरोप लगाया है कि रूस दक्षिणी ओस्सेटिया और अबखाजिया को अपने में मिलाने का प्रयास कर रहा है।
जार्जिया की विदेश मंत्री येकेतिरेना ने कहा कि यदि जार्जिया-ओस्सेटिया के विवादग्रस्त क्षेत्र में रूस ने शांति सैनिकों को बढ़ाने का निर्णय लिया तो इसको जार्जिया की संप्रभुता पर सीधा हमला मानकर इसका जवाब दिया जाएगा।
रूस और जार्जिया के बीच अबखाजिया और दक्षिण ओस्सेटिया को लेकर सैनिक तनाव बढ़ गया है।
बुधवार को जार्जिया ने 1995 में स्थापित स्वतंत्र राष्ट्रों के राष्ट्रसंघ (सीआईएस) से बाहर आने की घोषणा कर दी। सीआईएस समझौते में रूस सहित पूर्व सोवियत संघ के अधिकांश देशों ने एकीकृत हवाई सुरक्षा व्यवस्था को स्वीकार किया था।
रूस ने कहा है कि जार्जिया विवादित क्षेत्रों में सैनिक कार्रवाई की योजना बना रहा है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने रूस द्वारा शांति सैनिकों की संख्या बढ़ाने पर चिंता व्यक्त की है।
जार्जिया सीआईएस के रक्षामंत्रियों की परिषद से पहले ही हट चुका है। अब वह पूर्ण रूप से सीआईएस की एकीकृत हवाई सुरक्षा व्यवस्था से बाहर निकल गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि जार्जिया का यह कदम नाटो की सदस्यता लेने की तरफ एक और कदम है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।