मोटे लोगों के कम खाने से बचेगा खाद्यान्न और ईंधन
लंदन, 16 मई (आईएएनएस)। लंदन के प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल 'लेंसेट' के ताजा अंक में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी देशों के लोग अगर पैदल चलना और साइकिल चलाना शुरू कर दें तो विश्व में आए ईंधन और खाद्य संकटों से निपटा जा सकेगा।
लंदन स्कूल ऑफ हायजिन और ट्रोपिकल मेडिसिन के शोधकर्ताओं के अध्ययन के अनुसार विश्व के 95 फीसदी वाहन तेल से चलते हैं और कृषि उत्पादों को परिवहन के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाया और ले जाया जाता है।
परिवहन खर्च के कारण भी खाद्य की कीमतें बढ़ जाती हैं। अगर इनके इस्तेमाल को कम कर दिया जाए तो तेल की कीमतों में तो कमी आएगी ही साथ ही कृषि उत्पादों की कीमतों में भी भारी गिरावट आएगी।
शोधकर्ता फिल एडवडर्स ने बताया, "वाहनों का बढ़ता इस्तेमाल बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार है। लोग वाहन का अधिक इस्तेमाल करते हैं और बैठे-बैठे अधिक खाते हैं। इन लोगों के अधिक खाने के कारण ही ईंधन और खाद्य पदार्थो की कीमतें बढ़ी हैं और विश्व के सामने वैश्विक खाद्य संकट उत्पन्न हो गया है।"
शोधकर्ताओं ने कहा कि अगर लोग पैदल चलें और साइकिल जैसे वाहनों का प्रयोग करें तो दुनिया के सामने मौजूदा संकट से बचा जा सकता है।
प्रतिष्ठित पत्रिका के निष्कर्ष अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश को भी करारा जवाब है क्योंकि हाल ही में उन्होंने कहा था कि भारत के लोगों के अधिक खाने से विश्व के सामने खाद्यान्न संकट आया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।