जयपुर विस्फोट का संदिग्ध बांग्लाभाषी, बिना मोल भाव के खरीदी थी साइकिल
जयपुर, 16 मई (आईएएनएस)। राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट के संदिग्धों ने बांग्ला भाषा में बातचीत कर सात साइकिलें बिना मोल भाव किए खरीदी थीं।
जयपुर, 16 मई (आईएएनएस)। राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट के संदिग्धों ने बांग्ला भाषा में बातचीत कर सात साइकिलें बिना मोल भाव किए खरीदी थीं।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि सभी साइकिलें विस्फोट के एक दिन पहले खरीदी गई थीं। ये संदिग्ध दो दिनों में प्रत्येक साइकिल दुकानों पर दो बार गए थे।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक संदिग्धों ने इन दुकानों पर साइकिल के कई मॉडल देखे थे। उसके बाद उन्होंने साइकिलें खरीदीं।
साइकिल दुकानदारों ने पुलिस को बताया कि ये संदिग्ध ब्लू जींस और सफेद शर्ट पहने हुए थे।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक साइकिल खरीदने के दौरान संदिग्धों ने दुकान के मालिक से बातचीत नहीं की। उन्होंने दुकान के कर्मचारियों से ही बातचीत की।
इन कर्मचारियों द्वारा साइकिल की कीमत बताए जाने पर संदिग्धों ने मोल भाव नहीं किया और उतनी कीमत में ही साइकिलें खरीद लीं।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक ये संदिग्ध राजस्थानियों जैसे नहीं थे और उन्होंने बांग्ला भाषा में बातचीत की थी। इससे इस आशंका को और बल मिलता है कि वे बांग्लादेशी आतंकवादी थे।
उन्होंने बताया कि चांदपोल के हनुमान मंदिर के पास किए गए विस्फोट में संतोष ट्रेडिंग कंपनी से खरीदी गई साइकिलें इस्तेमाल की गई थीं। इसी तरह सांगानेरी गेट के पास हुए विस्फोट में इस्तेमाल की गई साइकिल हेमराज साइकिल स्टोर से खरीदी गई थी।
उन्होंने कहा कि छोटी चौपड़ में विस्फोट के लिए दो साइकिलों को नानड़ साइकिल स्टोर से खरीया गया था। त्रिपोलिया गेट के पास हुए विस्फोट में एक साइकिल को साइकिल हाट से खरीदा गया था। कोतवाली विस्फोट के लिए साइकिल कृष्णा साइकिल स्टोर से खरीदी गई थी।
गौरतलब है कि इस मंगलवार को किए गए विस्फोट में कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई थी और 216 लोग घायल हो गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।