नक्सल विरोधी अभियान के लिए खरीदे गए हेलीकाप्टर की सवारी कर रहे हैं मंत्री
रांची, 15 मई (आईएएनएस)। झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान के लिए 35 करोड़ रुपये में खरीदे गए हेलीकाप्टर की सवारी इन दिनों राज्य के मंत्री गण कर रहे हैं।
रांची, 15 मई (आईएएनएस)। झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान के लिए 35 करोड़ रुपये में खरीदे गए हेलीकाप्टर की सवारी इन दिनों राज्य के मंत्री गण कर रहे हैं।
नक्सलियों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए राज्य सरकार ने पिछले वर्ष 'हिन्दुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड' (एचएएल) का 'ध्रुव' हेलीकाप्टर खरीदा था। शुरुआत के चार महीने तक इस हेलीकाप्टर का प्रयोग नहीं किया जा सका। दरअसल, एचएएल को राशि का भुगतान देर से किया गया और बाद में प्रशिक्षित पायलट नहीं रहने के कारण ध्रुव हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सका।
दूसरी ओर पुलिस सूत्रों के अनुसार इस हेलीकाप्टर का मुख्यंमत्री मधु कोड़ा और अन्य मंत्री राज्य के विभिन्न इलाकों का दौरा करने के लिए उपयोग कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले दो माह में हेलीकाप्टर 160 घंटे उड़ान भर चुका है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "नक्सलियों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए हमें मुश्किल से हेलीकाप्टर मिलता है। जब हम हेलीकॉप्टर से अभियान लांच करने की योजना बनाते हैं तो पता चलता है कि हेलीकॉप्टर का प्रयोग मंत्री कर रहे हैं।"
हजारीबाग जिले में रविवार को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल दो जवानों वहां से निकालने के लिए भी इस हेलीकाप्टर का उपयोग नहीं किया जा सका। पुलिस घायल पुलिसकर्मियों को हेलीकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाना चाहती थी लेकिन उसे बताया गया कि हेलीकॉप्टर में तकनीकी खामियां आ गई है। समय से इलाज नहीं मिलने के कारण दोनों जवानों की मौत हो गई।
हजारीबाग रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार सिंह ने कहा कि घायल जवानों के लिए हमने हेलीकाप्टर की मांग की लेकिन हमें तकनीकी गड़बड़ी का कारण बताकर हेलीकाप्टर नहीं दिया गया।
इस बारे में झारखंड पुलिस संघ के उपाध्यक्ष अशोक पाठक ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान को छोड़कर सभी कामों के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने हेलीकॉप्टर का प्रयोग केवल पुलिस द्वारा किए जाने की मांग की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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