पाम तेल की कीमतों में नरमी की संभावना नहीं
नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। वनस्पति तेलों में बढ़ते इस्तेमाल के मद्देनजर पाम तेल की कीमतों में अगले 5 से 10 वर्षो तक तेजी जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है।
लंदन स्थित गोदरेज इंटरनेशनल के निदेशक दोराबजी मिस्त्री के अनुसार वनस्पति तेलों में पाम तेल के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से को लेकर आने वाले 5 से 10 वर्षो तक पाम तेल की कीमतों में नरमी के कोई आसार नहीं हैं।
मिस्त्री ने कहा कि फिलहाल वनस्पति तेल की मांग में बढ़ोतरी दर 50 से 60 लाख टन प्रतिवर्ष है। इस हिसाब से अगले 5 वर्षो में वैश्विक स्तर पर 2.5 से 3 करोड़ टन वनस्पति तेल की मांग बढ़ेगी।
उनके मुताबिक जहां तक उत्पादन में बढ़ोतरी का सवाल है मांग की तुलना में काफी कम है। मिस्त्री ने कहा कि अगर पाम तेल के उत्पादन में प्रतिवर्ष 20 से 30 लाख टन की भी वृद्धि होती है तो यह मांग की तुलना में कम ही होगी।
मलेशिया के वायदा बाजार बुरसा मलेशियन डेरीवेटिव्स (बीएमडी) में नवंबर में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) की कीमत पहली बार 3 हजार रिंगिट प्रति टन को पार कर गया थी , जबकि मार्च 2008 को यह 4,486 रिंगिट प्रति टन के उच्चतम स्तर तक पहुंच गई। उसके बाद से सीपीओ की कीमत 3 हजार रिंगिट प्रति टन से नीचे नहीं आई है। बीएमडी में बुधवार को सीपीओ का बेंचमार्क वायदा 26 रिंगिट चढ़कर 3,558 रिंगिट प्रति टन बंद हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।