भाजपा कार्यसमिति में केंद्र रहा निशाने पर
भोपाल, 13 मई (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्य प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के पहले सत्र में आज केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर जमकर हमले बोले गए। बढ़ती महंगाई के साथ प्रदेश की उपेक्षा पर पार्टी के नेताओं ने नाराजगी जताई और आगामी विधानसभा चुनाव में इसी को हथियार बनाने पर जोर दिया गया।
दो दिवसीय प्रदेश कार्य समिति की बैठक का उद्घाटन चुनाव प्रभारी वेंकैया नायडू ने किया। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने संगठन की गतिविधियों का ब्यौरा दिया, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
बैठक का पहला सत्र केंद्र सरकार पर हमला बोलने वाला रहा। इसमें महंगाई और केंद्र सरकार द्वारा मध्य प्रदेश की उपेक्षा से जुड़े दो प्रस्ताव भी पारित किए गए। महंगाई पर पारित प्रस्ताव में कहा गया कि पिछले चार सालों में महंगाई का ग्राफ तेजी से बढ़ा है और उसने आम आदमी की जिंदगी को मुश्किल में डाल दिया है। हाल ही में केंद्रीय मंत्रियों द्वारा दिए गए बयानों की भी निंदा की गई।
भाजपा का मानना है कि वायदा कारोबार और भ्रष्टाचार के कारण ही महंगाई बढ़ी है। इसकी जांच के लिए अधिकार प्राप्त समिति गठित की जानी चाहिए। गौरतलब है कि महंगाई की दर पिछले तीन वर्षो के उच्चतम स्तर 7.61 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
भाजपा कार्यसमिति ने केंद्र पर प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। प्रस्ताव में कहा गया है कि राजनीतिक द्वेष के चलते संवैधानिक मूल्यों पर चोट की जा रही है। मध्य प्रदेश को अन्य राज्यों की तुलना में कम खाद्यान्न दिया जा रहा हैं। बुंदेलखंड सहित विंध्य क्षेत्र में सूखे की भयावह स्थिति है उसके बावजूद सूखा राहत राशि नहीं दी जा रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बिजली संकट केंद्र की नीतियों के कारण बढ़ रहा है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सिंह और प्रवक्ता उमा शंकर गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ भाजपा सड़क पर उतरने की तैयारी में हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।