इजरायली वाणिज्य दूतावास के बाहर दिखेगी गांधीगीरी
मुंबई, 13 मई (आईएएनएस)। इजरायल की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर वहां फिलिस्तीनी लोगों के हालात के प्रति बुधवार को अनेक गांधीवादी फूलों और लिखित पत्रों के जरिए इजराइली वाणिज्य दूतावास के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे।
महात्मा गांधी के प्रपौत्र और भारत-फिलिस्तीन पीपुल्स सॉलिडेरिटी फोरम (आईपीपीएसएफ) के संयोजक तुषार गांधी के अनुसार, "हम फिलिस्तीनी लोगों के हालात के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। इस मुद्दे का असर वैश्विक तौर पर पड़ता है, लेकिन यह एक ऐसी मानवीय त्रासदी है जो हर रोज दोहराई जाती है।"
उन्होंने कहा, "यह विडंबना है कि एक ओर तो हम कश्मीरी पंडितों की बात करते हैं लेकिन दूसरी ओर फिलिस्तीनियों के हालात के प्रति आवाज उठाने से बचते हैं जो 60 वर्षो से अन्याय के शिकार हैं।"
आईपीपीएसएफ के सह-संयोजक फिरोज मिथ्बोरवाला ने कहा, "हमारा मानना है कि यहूदी लोगों को 2 हजार वर्ष तक अनेक मुसीबतें उठानी पड़ी थीं। उन्हें भी सताए गए फिलिस्तीनी लोगों के साथ सांत्वना रखनी चाहिए, लेकिन वह दिनों-दिन अमानवीय तरीके अपनाते जा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि यह अमानवीयता मानसिक बीमारी को इंगित करती है। इसी कारण वह इजरायली वाणिज्य दूतावास के सामने सद्भावना संदेश देना चाहते हैं।
मिथ्बोरवाला का कहना है कि वह इजरायली राज्य को संदेश देना चाहते हैं कि फिलिस्तीनी लोगों को उनके घरों में शांतिपूर्वक रहने दिया जाए।
इस प्रस्तावित प्रदर्शन के संबंध में अनेक दलित समाजसेवियों और वामदलों ने भी आईपीपीएसएफ का समर्थन व्यक्त किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।