पाकिस्तान में न्यायाधीशों की बहाली पर गतिरोध कायम
इस्लामाबाद, 11 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान में सत्तारूढ़ गठबंधन के दो बड़े सहयोगी दलों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली के मसले पर मतभेद अभी भी कायम हैं।
इस्लामाबाद, 11 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान में सत्तारूढ़ गठबंधन के दो बड़े सहयोगी दलों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली के मसले पर मतभेद अभी भी कायम हैं।
एक टीवी चैनल द्वारा दी गई खबर के अनुसार इस मसले पर पीपीपी सहप्रमुख आसिफ अली जरदारी और पीएमएल-एन नेता नवाज शरीफ के बीच मध्यस्थता करने के लिए अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर रविवार को लंदन पहुंच गए हैं।
पीपीपी और पीएमएल-एन में से किसी ने भी न तो इस खबर का खंडन किया है और न ही पुष्टि।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने भी बाउचर के लंदन दौरे के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की है।
उधर, नवाज शरीफ के छोटे भाई और पीएमएल-एन प्रमुख शहबाज शरीफ ने जिओ टेलीविजन चैनल को बताया कि पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच जारी वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई है। शहबाज के अनुसार ,"गेंद अब पीपीपी के पाले में हैं।"
वार्ता में भाग लेकर स्वदेश लौटे पीएमएल-एन नेता चौधरी नासिर अली खान ने कहा, "हम नौकरशाही की पिछलग्गू न्यायपालिका का समर्थन नहीं कर सकते हैं।"
चौधरी ने कहा कि नवाज शरीफ सोमवार को स्वदेश लौट रहे हैं और उसी दिन पार्टी की बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
नवाज शरीफ की मांग है कि 12 मई तक बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली का प्रस्ताव संसद से पास कराकर उनको बहाल कर दिया जाए।
इस बीच पीपीपी के प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर ने गतिरोध के समाचारों को गलत बताते हुए कहा कि वार्ता में प्रगति हुई है, और उम्मीद है कि मामला सुलझ जाएगा।
बाबर ने कहा कि शनिवार रात हुई वार्ता में न्यायाधीशों की बहाली और न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर दोनों पक्षों के बीच मतभेद कम हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।