बाघ को देखते ही रुकेगी रेलगाड़ी
पटना, 11 मई (आईएएनएस)। बिहार में बाल्मीकि नगर बाघ परियोजना में बाघ की निरंतर घट रही संख्या से चिंतित रेल विभाग ने रेलपटरी के निकट बाघ दिखते ही चलती रेलगाड़ी को रोकने के निर्देश दिए हैं।
समस्तीपुर मंडल रेल प्रशासन ने बगहा-बाल्मीकि नगर रेल खंड पर चलने वाली रेलगाड़ी के चालकों को निर्देश दिया कि पटरी के आस-पास जैसे ही कोई बाघ दिखे वह तत्काल रेलगाड़ी को रोक दें ताकि बाघ इधर-उधर भागे भी तो रेलगाड़ी की चपेट में आने से बच जाए।
ज्ञात हो कियहां जंगलों के बीच से 18 किलोमीटर की रेल लाइन गुजरती है, जहां आए दिन रेलगाड़ी की चपेट में आने से जंगली जानवरों की मौत होती रहती है। इन दुर्घटनाओं को देखते हुए बाल्मीकिनगर टाइगर परियोजना के अधिकारियों ने रेल अधिकारियों से जंगल में ट्रेन की गति सीमा दिन में 20 तथा रात में 10 किलोमीटर प्रतिघंटा करने की मांग की थी।
उधर, रेल विभाग इस मांग को जान-माल एवं रेल की सुरक्षा का हवाला देते हुए मानने से इंकार कर दिया। वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक दयानंद ने आईएएनएस को बताया कि जंगलों के बीच से 18 किलोमीटर रेलवे लाइन गुजरती है और वह क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। ऐसी स्थिति में रेलगाड़ी की चाल में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है लेकिन बाघ दिखने की स्थिति में रेलगाड़ी को रोकने के आदेश जरूर दे दिए गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।