पोकरण की दसवीं वर्षगांठ और दृश्य से नदारद वाजपेयी
नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। आज से ठीक दस साल पहले भारत ने 11 मई 1998 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजस्थान के पोकरण इलाके में परमाणु परीक्षण (पोकरण-2) कर सारी दुनिया को स्तब्ध कर दिया था।
उस ऐतिहासिक घटना ने उस समय मानो सारे देश में देशप्रेम का ज्वार ला दिया था और तुरंत बाद हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)ने देशभक्ति की लहर पर सवार होकर दोबारा सत्ता हासिल की थी।
आज पोकरण-2 की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर समाचार पत्रों और टीवी चैनलों पर पोकरण का जिक्र तो है लेकिन वाजपेयी दृश्य में कहीं नहीं है।
इस बारे में वाजपेयी के निजी सचिव ने आईएएनएस से कहा, "आज रविवार है और यह उनके आराम का दिन है। आज पोकरण की वर्षगांठ के अवसर पर उनका कोई खास कार्यक्रम नहीं है।"
गौरतलब है कि 84 वर्षीय वाजपेयी अपने खराब स्वास्थ्य के चलते इन दिनों सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर हैं।
भाजपा की भी इस अवसर पर किसी समारोह के आयोजन की योजना नहीं है। अलबत्ता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि उसने पोकरण-2 की 10 वीं वर्षगांठ न मना कर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी अपमान किया है जिन्होंने 1974 में देश के पहले परमाणु परीक्षण का नेतृत्व किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।