गुजरात में प्रारंभ हुआ कृषि महोत्सव
अक्षय तृतीया के दिन से शुरू होने वाला अपने आप में खास किस्म का यह महोत्सव पूरे एक महीने तक चलेगा। इस अभियान में राज्य के लगभग 18,000 गांव और 225 तालुक शामिल किए जाएंगे। इसके लिए 230 किसान रथ विशेष रूप से तैयार किए गए हैं।
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वकांक्षी अभियान को सफल बनाने के लिए एक लाख से अधिक सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और कृषि क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिक एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं।
इस अभियान के साथ ही गुजरात देश का संभवत: पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समृद्ध बनाने के लिए इतने बड़े स्तर पर पहल की गई है।
आयोजकों का कहना है कि दूसरे राज्यों के किसान अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। सरकारी बैंकों, गैर सरकारी संस्थाओं और साहूकारों से लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए रियायत की मांग कर रहे हैं। लेकिन गुजरात में परिस्थितियां इससे अलग हैं। यहां के किसान अपेक्षाकृत सुखी हैं।
उनका कहना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि गुजरात की राज्य सरकार की ओर न केवल ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच बनाकर सकारात्मक पहल की गई है बल्कि किसानों को प्रोत्साहित भी किया गया है। राज्य सरकार ने तीन साल पहले कृषि महोत्सव की शुरुआत की थी और यह इस विशेष अभियान की लगातार चौथी कड़ी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।