पाकिस्तान में बन सकते हैं दो सुप्रीम कोर्ट
इस्लामाबाद , 10 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान में राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली के मुद्दे पर सत्तारूढ़ गठबंधन की दो पाटिर्यो के बीच जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए देश मेंदो सर्वोच्च न्यायालयों की स्थापना की जा सकती है।
इस्लामाबाद , 10 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान में राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली के मुद्दे पर सत्तारूढ़ गठबंधन की दो पाटिर्यो के बीच जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए देश मेंदो सर्वोच्च न्यायालयों की स्थापना की जा सकती है।
समाचार पत्र 'द न्यूज' में शनिवार को छपी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) न्यायाधीशों की बहाली के मुद्दे को सुलझाने के लिए नए प्रस्तावों पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार दो सर्वोच्च न्यायालयों की स्थापना की बात कही गई है।
प्रस्ताव के अनुसार नए सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के रूप में बर्खास्त पूर्व न्यायाधीश इफ्तिखार मुहम्मद चौधरी की नियुक्ति होगी। यह सर्वोच्च न्यायालय फौजदारी और दीवानी मामलों को देखेगा।
सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान प्रधान न्यायाधीश अब्दुल हमीद डोगर की अध्यक्षता वाला सर्वोच्च न्यायालय संवैधानिक मामलों को देखेगा। इसे संघीय संवैधानिक अदालत नाम दिया जाएगा। डोगर की अध्यक्षता वाले सर्वोच्च न्यायालय के पास सभी स्वयंभू अधिकार होंगे। राष्ट्रपति के नजदीकी सूत्रों के अनुसार संवैधानिक न्यायालय के अध्यक्षत न्यायमूर्ति डोगर मुशर्रफ और जरदारी के चहेते हैं।
यह न्यायालय संविधान की व्याख्या , अध्यादेशों पर उठे विवादों और राष्ट्रपति मुशर्रफ की वैधानिकता के मामले पर विचार करेगा।
इफ्तिखार मुहम्मद चौधरी की अध्यक्षता वाला सर्वोच्च न्यायालय चारों उच्च न्यायालयों के लिए अपीलीय अदालत के रूप में काम करेगा।
डोगर की अदालत में 7 न्यायाधीश होंगे, जबकि इफ्तिखार चौधरी की अदालत में बर्खास्त न्यायाधीशों को शामिल किया जाएगा।
जानकारों के अनुसार इस कदम का उद्देश्य राष्ट्रपति को अपनी ओर मिलाकर सरकार की स्थिरता को बढ़ाने के साथ ही नागरिक समुदाय, मीडिया और वकीलों को संतुष्ट करना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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