नए रूसी प्रधानमंत्री होंगे पुतिन
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक रूसी कम्यूनिस्ट पार्टी के सदस्यों ने पुतिन के खिलाफ मत दिया।
माना जा रहा है कि मेदवेदेव के राष्ट्रपति बनने के बाद खुद प्रधानमंत्री रहते हुए पुतिन सत्ता के सूत्र अभी भी अपने हाथ में ही रखेंगे। कई लोगों का मानना है कि पुतिन के पास मेदवेदेव की तुलना में कहीं ज्यादा शक्तियां होंगी क्योंकि पुतिन के समर्थन से ही मेदवेदेव राष्ट्रपति बने हैं।
गौरतलब है कि एक दिन पहले तक स्थिति इसके उलट थी। ब्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति थे और मेदवेदेव प्रधानमंत्री। मात्र 24 घंटे में इस भारी उलटफेर से लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि वास्तव में रूस की सत्ता अंतिम रूप से किसके हाथ में रहेगी।
पुतिन संवैधानिक रूप से तीसरी बार राष्ट्रपति नहीं बन सकते थे। इसलिए उन्होंने मार्च में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए मेदवेदेव को अपना उत्तराधिकारी मनोनीत किया था।
मेदवेदेव के राष्ट्रपति बनने की स्थिति में पुतिन प्रधानमंत्री बनने के लिए सहमत हो गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।