कम खर्च वाली नई तकनीक से सड़कों की तस्वीर बदलेगी पेनवुड्स
नई दिल्ली, 9 मई (आईएएनएस)। अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी 'पेनवुड्स कारपोरेशन' ने कहा है कि यदि उसे मौका मिला तो वह अपेक्षाकृत किफायती और आधुनिकतम तकनीक के इस्तेमाल से दिल्ली की सड़कों की हालत में तब्दीली ला सकती है।
कंपनी का कहना है कि भारत में सड़क निर्माण के लिए अपनाई जाने वाली मौजूदा तकनीक काफी पुरानी है जिनका इस्तेमाल अब विकसित देशों में नहीं किया जाता है।
गौरतलब है कि पेनवुड्स कारपोरेशन के संचालक अशोक सुधाकर भारतीय मूल के अमेरिकी उद्योगपति हैं। उन्होंने 38 साल पहले दिल्ली स्थिति भारतीय तकनीकी संस्थान (आईआईटी) से स्नातक की डिग्री हासिल की थी।
राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में सुधाकर ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए उनकी कंपनी के तीन उत्पाद हैं- जी कोर्स, जी बेस और जी फिल। कंपनी का दावा है कि इन उत्पादों के इस्तेमाल से बनाई गई सड़कों की लागत पारंपरिक प्रणाली से बनाई जाने वाले सड़कों की अपेक्षा लगभग आधी पड़ने के बावजूद इन सड़कों की उम्र अपेक्षाकृत दोगुनी होती है।
सुधाकर के मुताबिक भारत में मौजूदा सड़कें तीन साल से ज्यादा नहीं चलती जबकि पेनवुड्स की आधुनिकतम तकनीक से बनाई जाने वाली सड़कें 7 साल से ज्यादा चलती हैं।
सुधाकर ने कहा कि वह दिल्ली और राजस्थान की सरकारों से प्रायोगिक परियोजना शुरू करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। हालांकि उनकी मुलाकात अभी मुख्यमंत्री से नहीं हो पाई है लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि प्रायोगिक स्तर पर सड़क निर्माण परियोजना शुरू करने के लिए उन्हें सरकार की अनुमति मिल जाएगी।
अमेरिका में लगभग 12 वर्षो से 1,000 से ज्यादा परियोजनाओं पर काम कर रही कंपनी का कहना है कि कंबोडिया जैसे कुछ देशों में भी सड़कों की हालत कमोबेश भारत जैसी ही है। इन देशों में सड़क निर्माण परियोजनाएं शुरू करने के लिए कंपनी अपनी तकनीकी जरूरतों के लिए अमेरिकी कंपनियों के बजाय भारतीय कंपनियों को तरजीह देगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।