गोल्ड मेडल धारक टेनिस खिलाड़ियों की पुलिस द्वारा पिटाई
वाराणसी, 8 मई (आईएएनएस)। गुरुवार को वाराणसी पुलिस के नंगे चेहरे का एक और सच उस वक्त सामने आया जब उसके जुर्म के शिकार उत्तर प्रदेश के गोल्ड मेडिलिस्ट टेनिस खिलाड़ी बन गए। वाकया सिगरा थाने का है। टेनिस खिलाड़ी नागेन्द्र राय अपने छोटे भाई राजेंद्र राय और बहन ओमलता राय के साथ एक बाइक पर सवार होकर रोज की तरह प्रैक्टिस करने जा रहे थे।
बाइक पर तीन सवारी होने की वजह से वहां चेकिंग कर रहे पुलिस के जवान इन्हें रोक कर पूछताछ करने लगे। बाइक पर सवार तीनों भाई बहन ने जब पुलिस को अपना परिचय एक खिलाड़ी के रूप में दिया तो वहां पर तैनात पुलिस वालों ने तल्ख अंदाज में कहा कि क्या बाप का राज है। डीजीपी शहर में हैं और तुम लोग तीन सवारी जा रहे हो, अभी बंद कर दूंगा।
पुलिस और खिलाड़ियों की आपस की बातचीत हो ही रही थी कि अचानक वहां स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवान आ गए और बिना कुछ पूछे इन लोगों को मारने पीटने लगे। घटना की शिकार ओमलता राय बताती हैं कि पुलिस ने उन्हें रोक कर कहा कि ये तुम लोगों की रोज की आदत बन गई है। आज नहीं छोडूंगा।
ओमलता ने रोते हुए बताया कि हम लोगों ने उनसे निवेदन भी किया कि अंकल हमे जाने दीजिए, लेकिन पुलिस ने हमारी एक न सुनी। बात आगे बढ़ी तो हम लोगों ने कहा कि आप चालान कर दीजिए पर पुलिस की मंशा तो कुछ और ही थी।
ओमलता ने बताया कि एसओजी ने न सिर्फ उनके भाइयों को जम कर मारा पीटा, बल्कि वहां से उन्हें जबरन गाड़ी में भी डाल दिया और भद्दी-भद्दी गाली देतेऔर मारते हुए थाने भी ले आए । वे लोग अपना कसूर पूछते रहे पर पुलिस उनके साथ अपराधी से भी बदतर सलूक करती रही।
गौरतलब है कि टेनिस खिलाड़ियों के साथ ये सब तब हुआ जब सूबे के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी जिले में मौजूद थे। इस घटना की आवाज जब पत्रकारों ने डीजीपी की प्रेस वार्ता में उठाई तो उन्होंने जांच का आदेश देते हुए एक घंटे के अन्दर घटना की जांच रिपोर्ट देने और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।