नेपाल में तेल संकट पर भारतीय राजदूत ने कोइराला से भेंट की (संशोधित)
काठमांडू, 7 मई (आईएएनएस)। नई सरकार के गठन की ओर बढ़ रहे नेपाल को तेल की भारी कमी की समस्या का जो सामना करना पड़ रहा है, उस पर वार्ता करने के लिए भारत के नवनियुक्त राजदूत राकेश सूद ने बुधवार को प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला से भेंट की।
भारत के इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) ने नेपाल तेल निगम (एनओसी) द्वारा बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के कारण आपूर्ति में 40 प्रतिशत की कटौती कर दी है। इसके कारण नेपाल के तेल स्टेशनों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं।
नेपाल की दैनिक आवश्यकता 36,000 किलोलीटर की है जबकि आईओसी से उसे अब केवल 24,000 किलोलीटर तेल ही मिल रहा है।
भारतीय तेल निगम ने यह कदम एनओसी द्वारा बकाया 3.5 अरब रुपये के बदले में केवल 64 करोड़ रुपये का भुगतान करने के कारण उठाया है।
नेपाल सरकार द्वारा दशकों से तेल पर भारी सब्सिडी देने के कारण उसकी अर्थव्यवस्था पर काफी खराब असर पड़ा है। सरकार ने तेल की कीमतें बढ़ाई थीं लेकिन वह अंतर्राष्ट्रीय बाजार की तुलना में फिर भी कम हैं।
इस वर्ष कोइराला सरकार ने तेल की कीमतें बढ़ाने का प्रयास किया लेकिन राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शनों के कारण फैसला वापस लेना पड़ा।
भारत ने कोइराला सरकार को संविधान सभा के चुनावों तक तेल की आपूर्ति सुचारू बनाए रखने का आश्वासन दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।