गर्मी के कारण झारखंड में दूध संकट
रांची, 7 मई (आईएएनएस)। बढ़ती गर्मी ने झारखंड में दूध का संकट पैदा कर दिया है। लोगों को दो-तीन घंटे लाइन में लगने के बाद मुश्किल से एक लीटर दूध नसीब हो रहा है।
रांची, 7 मई (आईएएनएस)। बढ़ती गर्मी ने झारखंड में दूध का संकट पैदा कर दिया है। लोगों को दो-तीन घंटे लाइन में लगने के बाद मुश्किल से एक लीटर दूध नसीब हो रहा है।
गौरतलब है कि झारखंड में गर्मी के कारण दूध के उत्पादन में 30 फीसदी की कमी आई है। प्रदेश में दूध की बढ़ती मांग ने एक नया संकट खड़ा कर दिया है।
झारखंड में दूध के प्रमुख आपूर्तिकर्ता सुधा डेरी के एक वरिष्ठ कर्मचारी ने आईएएनएस को बताया, "दूध के उत्पादन में कमी आने के मुख्य दो कारण हैं।
पहला यह कि गर्मियों में पशुओं को ठीक-ठाक चारा नहीं मिलता है। दूसरा कारण है कि बिहार से दूध की आपूर्ति कम होने कारण भी प्रदेश में दूध का संकट हो गया है।"
उन्होंने बताया कि बिहार में बाढ़ से ढेरों गायों और भैंसों की मौत हो गई थी, जिसका प्रभाव अब देखने को मिल रहा है।
एक गृहणी पायली बनर्जी ने बताया, "हम सुबह पांच बजे से ही लाइन में खड़े हो जाते हैं। लगभग तीन घंटे लाइन में खड़े होने के बावजूद सिर्फ एक लीटर ही दूध हमें मिल पाता है। इससे बच्चों को दूध देने में परेशानी हो रही है।"
गौरतलब है कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार झारखंड में रोजाना 76 लाख लीटर दूध की जरूरत है, जबकि सिर्फ 37 लाख लीटर दूध का उत्पादन ही हो पा रहा है। झारखंड प्रतिदिन 80,000 लीटर दूध बिहार से आयात करता है, लेकिन इस समय 41,000 लीटर दूध ही आ पा रहा है।
प्रदेश में दूध की संकट से उबरने के लिए राज्य सरकार इस समय दूसरे राज्यों से दूध आयात कर रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।