जदयू नेताओं के सामूहिक इस्तीफे की जांच के लिए टीम गठित (लीड)
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। नक्सलवादियों की धमकी के कारण बिहार में जनता दल-युनाइटेड के कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक रूप से इस्तीफा दिए जाने संबंधी मामले की जांच के लिए पार्टी ने एक तीन सदस्यीय जांच दल गठित की है।
यह दल पता लगाने का प्रयास करेगा कि वास्तव में यह मामला नक्सलियों की धमकी से जुड़ा है या फिर पुलिस की ज्यादती का।
जनता दल-युनाइटेड के प्रवक्ता शंभु श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया, "गया जिले के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के जनता दल-युनाइटेड के 64 नेताओं व कार्यकर्ताओं ने यह कहते हुए पिछली 5 मई को सामूहिक इस्तीफा दिया था कि उन्हें पुलिस की ज्यादती का सामना करना पड़ रहा है जबकि हमें यह जानकारी मिली है कि उन्हें नक्सलवादियों ओर से धमकी दी जा रही है।"
उन्होंने बताया कि सच्चाई का पता लगाने के लिए पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने तीन सदस्यों की एक समिति का गठन किया है। इस जांच समिति की अध्यक्षता बिहार के पूर्व मंत्री रामजीवन सिंह करेंगे। जबकि मध्य प्रदेश विधान सभा की सदस्य सरोज बच्चन नायक और राजस्थान विधान सभा के सदस्य जीतमल खाट इसके सदस्य होंगे।
श्रीवास्तव ने कहा, "गया का इलाका नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र है। इसलिए सदस्यों के इस्तीफे का यह एक कारण हो सकता है। गठित जांच दल जब इलाके का दौरा करेगा तो सच्चाई सामने आ सकेगी।"
बहरहाल पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस बात का खंडन किया है कि राजनीतिक कारणों से इन सदस्यों ने इस्तीफा सौंपा हैं। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि जिन सदस्यों ने इस्तीफा दिया है उन्होंने अभी तक किसी राजनीतिक दल का दामन नहीं थामा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।