रूस-अमेरिका ने परमाणु सहयोग संधि पर हस्ताक्षर किए
मास्को, 7 मई (आईएएनएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के कार्यकाल के आखिरी दिन मंगलवार को अमेरिका और रूस ने नागरिक परमाणु सहयोग के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
परमाणु रिएक्टरों के विकास, यूरेनियम के भंडारण और नाभिकीय सामानों के परिवहन से संबंधित यह समझौता करीब दो दशक पुराना था। यह समझौता सेंट पीटर्सबर्ग में सन 2006 में हुई समूह 8 के देशों की बैठक के दौरान पुतिन और जार्ज बुश की वार्ता का मुख्य मुद्दा था।
रूस की ओर से सरकारी परमाणु कंपनी रोसेटोम के प्रमुख सेर्जेई किरियेंको और अमेरिका की तरफ से मास्को में उसके राजदूत विलियम बर्न्स ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
ाइट हाउस ने कहा है कि बुश इस समझौते से खुश हैं। इसके कारण अमेरिकी कंपनियों को रूस को परमाणु सामानों की बिक्री की अनुमति मिल जाएगी।
ाइट हाउस की प्रवक्ता डाना पेरिनो ने कहा कि इस समझौते से परमाणु अप्रसार और नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण कार्यो के लिए उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
अमेरिकी कांग्रेस द्वारा अभी इस समझौते को मंजूरी देना बाकी है।
रूस में अमेरिका के राजदूत विलियम बर्न्स बुधवार को अपना पद छोड़ रहे हैं। बुधवार को ही नवनिर्वाचित रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के शपथ ग्रहण करने वाले हैं।
बर्न्स को विदेश विभाग में ईरान के संबंध में रणनीति बनाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
रूस की परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में विशेषज्ञता सोवियत संघ के पतन के बाद काफी लाभदायक साबित हुई लेकिन रूस की मदद से ईरान के बुशहर में बनाए गए परमाणु सयंत्र की अमेरिका ने आलोचना की। अमेरिका को संदेह है कि ईरान परमाणु हथियारों का निर्माण कर रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।