भेदभाव की शिकार होती हैं गर्भवती महिलाएं : अध्ययन
वाशिंगटन, 7 मई (आईएएनएस)। गभर्वती महिलाओं को नौकरी पाने के प्रयास में और दूसरी सार्वजनिक जगहों पर भेद भाव का सामना करना पड़ता है। यह बात एक अध्ययन में सामने आई हैं।
जॉर्ज माशन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 81 वयस्कों पर किए अध्ययन में पाया कि जब गर्भवती महिलाओं ने वकील, गणित की शिक्षक और शल्य चिकित्सक जैसे पदों के लिए आवेदन किया तो उन्हें ज्यादा भेदभाव का सामना करना पड़ा, जबकि छोटे बच्चों की शिक्षिका, बाल रोग विशेषज्ञ जैसे कामों के लिए उन्हें कम भेदभाव का सामना करना पड़ा।
शोधकर्ताओं ने दूसरी बार 110 दुकानों का अध्ययन किया। शोध दल की महिलाएं जब गर्भवती महिलाओं का कपड़ा पहनकर दूकानों में गईं तो उनके साथ या तो बहुत रुखा व्यवहार किया गया या तो उनके शरीर को छूने की कोशिश की गई और उन्हें 'स्वीटी' और 'हनी' जैसे संबोधनों से संबोधित किया ।
शोधकर्ता ईडन किंग ने बताया, "यह शोध उन महिलाओं की समस्याओं पर प्रकाश डालता है जो गर्भवती हैं और नौकरी की तलाश में हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए प्रभावशाली कानून बनाए जाने की आवश्यकता है।"
इस अध्ययन के निष्कर्ष जर्नल 'एप्लाइड साइकोलॉजी' के ताजा अंक में प्रकाशित हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।