कनाडाई तमिलों से धन की वसूली कर रहा है लिट्टे
टोरंटो, 7 मई (आईएएनएस)। कनाडा की पुलिस ने ऐसे दस्तावेज जब्त किए हैं जिनसे पता चलता है कि 'लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम'(लिट्टे) की एक शाखा 'वर्ल्ड तमिल मूवमेंट' (डब्ल्यूटीएम) कनाडा में उसके लिए धन एकत्र करने का काम कर रही है।
यह धन लिट्टे प्रमुख वेल्लुपिल्लई प्रभाकरन द्वारा कनाडाई तमिलों से श्रीलंका में अपने सशस्त्र संघर्ष के लिए मांगा जा रहा है।
कनाडा की 'रायल कनाडियन माउंटेड पुलिस'(आरसीएमपी) ने टोरंटो और मांट्रियल में डब्ल्यूटीएम के कार्यालयों पर छापों के दौरान ये दस्तावेज जब्त किए।
दस्तावेजों में प्रभाकरन का 2002 में लिखा एक पत्र मिला है जिसमें उसने कनाडा में रहने वाले तमिलों से अपने सशस्त्र संघर्ष के लिए 1500 करोड़ श्रीलंकाई रुपयों की मांग की है। गौरतलब है कि 15 करोड़ श्रीलंकाई रुपये लगभग 30 लाख कनाडाई डालर के बराबर होते हैं।
गौरतलब है कि डब्ल्यूटीएम कथित रूप से कनाडा में लिट्टे के लिए धन एकत्रित करने का काम करता है। यही नहीं वह कनाडाई तमिलों को श्रीलंका के लिट्टे के अधिकार क्षेत्र वाले इलाकों में भी ले जाता है जहां उनसे प्रीपेमेंट फार्म पर हस्ताक्षर भी कराए जाते हैं।
डब्ल्यूटीएम पहली बार 2002 में चर्चा में आया था उसके बाद उसके खिलाफ लंबी जांच चली और 2006 में उसके कार्यालयों पर छापा मारा गया।
आरसीएमपी ने जब्त किए गए दस्तावेजों को एक संघीय न्यायालय में प्रस्तुत किया है और वह चाहती है कि उसे डब्ल्यूटीएम के कोषों और संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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