दलाई लामा के दूत ने चीन के आरोप को खारिज किया
भारत में युवा तिब्बती कार्यकर्ताओं के समूह 'तिब्बती यूथ कांग्रेस' (टीवाईसी) को चीन ने एक आतंकवादी संगठन करार दिया था। इस संबंध में सेरिंग ने कहा, "यह आधारहीन आरोप है। तिब्बती स्वभाव से ही अहिंसक और शांतिप्रिय होते हैं, उनका आतंकवाद से किसी प्रकार का संबंध नहीं होता है।"
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आरोपों में किसी तरह की विश्वसनीयता नहीं है। सेरिंग ने कहा, "चीन जैसे शक्तिशाली देश द्वारा बिना प्रमाण के इस प्रकार का आरोप लगाना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। विश्व इस प्रकार के आरोपों को गंभीरता से नहीं लेगा।"
उन्होंने कहा कि तिब्बत द्वारा स्वतंत्रता के लिए किया जा रहा संघर्ष अहिंसा पर आधारित है। सेरिंग ने चीन के आरोप को झूठा प्रचार करार दिया। गौरतलब है कि दलाई लामा के विशेष दूतों और चीनी अधिकारियों के बीच रविवार को हुई बैठक बिना नतीजे के खत्म हो गई।
रविवार को हुई बैठक के बाद चीन ने टीवाईसी पर अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया था। चीन ने टीवाईसी पर जिंगजियांग प्रांत में पूर्वी तुर्कमेनिस्तान आंदोलन से जुड़े कई अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ भी संबंध रखने का आरोप लगाया था।
इंडो-एशियन
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