पाक में पहले ही तैयार हो चुकी थी कारगिल योजना
'क्रास्ड स्वार्डस पाकिस्तान, इट्स आर्मी एंड वार्स वीदिन' नामक पुस्तक में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व सेना प्रमुख जहांगीर करामात की स्वीकारोक्ति भी शामिल है। बेनजीर और करामात ने स्वीकार किया है कि उन्होंने 90 के दशक के मध्य में कारगिल योजना पर विचार किया था।
पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री सरताज अजीज ने भी इस योजना का समर्थन किया था। यह माना जाता है कि इस योजना को तैयार करने और लागू करने का काम राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने किया था।
किताब के लेखक और न्यूयार्क टाइम्स अखबार के पूर्व पत्रकार शुजा नवाज को बेनजीर भुट्टो ने बताया था कि जब वह प्रधानमंत्री थीं तब मुशर्रफ ने उनसे कारगिल योजना पर चर्चा की थी। तब मुशर्रफ इस्लामाबाद सेना मुख्यालय में सैनिक आपरेशन के प्रमुख थे।
मुशर्रफ ने भारतीय कश्मीर में सैन्य घुसपैठ कराने और उसकी राजधानी श्रीनगर पर कब्जा करने का सुझाव दिया था। मुशर्रफ के सुझाव पर भुट्टो ने कहा था कि पाकिस्तान अपनी स्थिति बनाए रखने में सफल नहीं हो पाएगा और उसे अपने जवानों को वापस बुलाना पड़ेगा।
पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री सरताज अजीज ने लेखक को बताया कि कारगिल योजना भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पाकिस्तान यात्रा से पहले ही तैयार कर ली गई थी। अजीज 1994-96 में नीलम घाटी पर हुए हमले की योजना से भी संबंधित थे।
लेफ्टिनेंट जनरल जियाउद्दीन जिनको नावज शरीफ मुशर्रफ के स्थान पर सेना प्रमुख बनाना चाहते थे, उन्होंने लेखक को बताया कि मुशर्रफ के पास इस बात के पूरे अधिकार थे कि आपरेशन की सफलता में संदेह होने पर वह उसे रोक सकते हैं। लेकिन उन्होंने कारगिल अभियान को नहीं रोका।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस