आरबीआई और फेड की शह पर शेयर बाजार लगातार चौथे सप्ताह झूमें
नई दिल्ली, 3 मई (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की नई मौद्रिक नीति व अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज-दरों में कटौती की घोषणा से मिले सकारात्मक रुझानों के मद्देनजर घरेलू शेयर बाजारों में लगातार चौथे सप्ताह तेजी रही। सप्ताह के कुल चार कारोबारी दिवस के दौरान मुंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक 474.14 अंक यानी 2.76 फीसदी चढ़ा जबकि राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी आलोच्य अवधि के दौरान 116.50 अंक यानी 2.27 फीसदी मजबूती हुआ।
बीएसई के मिडकैप व स्मालकैप सूचकांकों में भी आलोच्य अवधि के दौरान क्रमश: 181.26 अंक यानी 2.56 फीसदी और 93.99 अंक यानी 1.07 फीसदी की बढ़त देखी गई।
बाजार समीक्षकों के अनुसार सप्ताह के पहले दिन भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई की प्रस्तावित मौद्रिक नीति को लेकर निवेशक कारोबार से बचते रहे जबकि 29 अप्रैल को आरबीआई द्वारा नई मौद्रिक नीति में महत्वपूर्ण ब्याज दरों में बदलाव नहीं किए जाने की घोषणा से घरेलू शेयर बाजारों में भारी उछाल देखने को मिला। सेंसेक्स जहां 362.50 अंक चढ़ा, वहीं निफ्टी में 105.85 अंकों की बढ़त आई।
ठीक एक दिन बाद यानी 30 अप्रैल को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के परिणामों के इंतजार में निवेशकों ने मुनाफावसूली को तरजीह दी और बाजार गिरकर बंद हुए जबकि एक मई को घरेलू शेयर बाजार 'महाराष्ट्र दिवस' के अवसर पर बंद रहे। फेडरल रिजर्व की बुधवार को संपन्न दो दिवसीय बैठक में ब्याज दरों को 25 बेसिस प्वाइंट से घटाकर 2 फीसदी तक लाने की घोषणा की गई।
सप्ताह के दौरान साफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस टेक्न ोलाजीज व टीसीएस के शेयरों में क्रमश: 6.11 फीसदी और 5.73 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। विप्रो, सत्यम कंप्यूटर्स व एचसीएल के शयरों में भी आलोच्य अवधि के दौरान क्रमश: 7.72 फीसदी 11.13 फीसदी और 13.27 फीसदी की तेजी आई।
आलोच्य अवधि के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, मारुति सुजूकी , एचडीएफसी बैंक व महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी महत्वपूर्ण तेजी दर्ज की गई।
मुंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन 17,479.01 के स्तर पर खुला और 17,241.88 के निम्नतम और 17,480.74 के उच्चतम स्तर के बीच कारोबार करते हुए अंतत: 312.81 अंक यानी 1.81 फीसदी चढ़कर 17,600.12 के स्तर पर बंद हुआ।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार वैश्विक पूंजी बाजारों से मिले सकारात्मक रुख और विभिन्न कंपनियों से आए अनुमान से बेहतर वित्तीय नतीजों ने महंगाई की मार को बेअसर कर दिया।
केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन (सीएसओ) से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 19 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश में महंगाई दर बढ़कर पिछल्ले 42 महीनों के उच्चतम स्तर यानी 7.57 फीसदी तक पहुंच गई। 12 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान यह 7.33 फीसदी थी।
राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन 62.30 अंक यानी 1.21 फीसदी की मजबूती से 5,228.20 के स्तर पर दर्ज किया गया। सप्ताहांत मिडकैप व स्मालकैप सूचकांकों में भी बढ़त रही। मिडकैप सूचकांक जहां 98.73 अंक यानी 1.38 फीसदी की तेजी से 7,237.47 के स्तर पर बंद हुआ वहीं, स्मालकैप सूचकांक 48.14 अंक यानी 0.55 फीसदी बढ़कर 8,821.71 के स्तर पर बंद हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।