42 महीनों के उच्चतम शिखर पर मंहगाई
उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी थोक मूल्य सूचकांक संबंधित ताजा आंकड़ों के अनुसार 19 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में यह दर 7.57 फीसदी पर पहुंच गई। इससे पिछले सप्ताह में यह दर 7.33 फीसदी थी।
ये आंकड़े उस समय आए हैं जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इसी सप्ताह महंगाई को थामने के लिए नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) की दर में वृद्धि की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी उद्योग जगत से कहा है कि वह बढ़ती कीमतों से लड़ने के लिए कमर कस ले।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को उद्योगपतियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा था, "कारपारेट जीवनशैली में संयम बरतकर भी कीमतों में कमी लाई जा सकती है। कमर कसने से मेरा यही तात्पर्य है।"
मंगलवार को ही केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मंहगाई पर नियंत्रण के लिए इस्पात, सीमेंट और बासमती चावल पर निर्यात शुल्क लगाने की घोषणा की थी। उन्होंने कच्चे माल की कुछ श्रेणियों पर आयात शुल्क घटाने की बात भी कही थी।
वर्ष 2008 के वित्त विधेयक पर संसद में अपने समापन भाषण के दौरान वित्तमंत्री ने कहा था कि प्रति टन बासमती चावल पर 8 हजार रुपये का निर्यात शुल्क लगेगा। पिग आयरन, मिड स्टील उत्पाद और अर्ध निर्मित उत्पादों पर कोई आयात शुल्क नहीं लगाने की घोषणा की गई थी। वर्तमान में इन वस्तुओं पांच फीसदी आयात शुल्क है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।