जलवायु पर्वितन से बढ़ सकता है एड्स का खतरा
सिडनी, 1 मई (आईएएनएस)। वर्तमान जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में ऐसी घटनाओं में वृद्धि हो सकती है जो एड्स के मरीजों की संख्या में विश्वव्यापी वृद्धि ला सकती हैं।
आस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय के डेनियल टारांटोला ने कहा है कि दुनिया को एड्स की महामारी और दूसरी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाने के लिए विकासशील देशों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
टोरांटोला ने बुधवार को कहा, "एड्स की महामारी के बाद ही यह तय हो गया था कि आने वाले समय में लिंग के आधार पर भेदभाव, लैंगिक असमानता और आवश्यक सेवाओं की अनुपलब्धता कुछ खास वर्गो को दूसरों के मुकाबले अधिक संवेदनशील बना देंगी।"
उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में गहराते आर्थिक संकट के कारण खाद्य सुरक्षा की स्थिति खराब हुई है और इससे पहले से हाशिये पर रह रहे लोगों का जीवन और अधिक कठिन हो गया है।
विश्वविद्यालय के ही डेविड कूपर ने कहा कि विज्ञान ने एड्स से लड़ाई में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है हालांकि अभी भी ऐसी कोई दवा या टीका नहीं बना है जो एड्स का निदान कर सके।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।