भारत के बाद नेपाल ने भी खाद्य-पदार्थो का निर्यात रोका
काठमांडू , 1 मई (आईएएनएस)। खाद्यान्न संकट के भय से भारत द्वारा चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब नेपाल ने भी विदेशों में खाद्यान्न बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
काठमांडू , 1 मई (आईएएनएस)। खाद्यान्न संकट के भय से भारत द्वारा चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब नेपाल ने भी विदेशों में खाद्यान्न बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
नेपाल के वाणिज्य, उद्योग और आपूर्ति मंत्रालय ने बुधवार को खाद्यान्नों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। मंत्रालय ने यह कदम सीमा के निकट स्थित कस्बों से भारी मात्रा के खाद्यान्नों के अधिक कीमत पर निर्यात के समाचार मिलने के बाद उठाया है। इसके कारण घरेलू बाजार में अनाजों की कीमत काफी तेजी से बढ़ी थी।
इस निर्णय को देखते हुए केंद्रीय बैंक 'नेपाल राष्ट्र' ने गुरुवार को सभी वित्तीय संस्थानों से निर्यातकों को साख पत्र देने पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। बैंक ने निर्यातकों से कीमतों, गुणवत्ता, वस्तुओं के निर्यात की तिथि से संबंधित कागजात तीन दिन के भीतर जांच के लिए सौंपने के निर्देश भी दिए हैं।
खाद्यान्नों के लिए भारत पर निर्भर नेपाल गेंहू के आटे का निर्यात तिब्बत और बासमती चावल का निर्यात बांग्लादेश को करता है।
भारत द्वारा चावल निर्यात पर प्रतिबंध के बाद नेपाल में गेंहू की कीमतें 25-30 प्रतिशत बढ़ चुकी हैं। पिछले साल नेपाल ने भारत से कानूनी रूप से 2 अरब नेपाली रुपये का चावल और 5 करोड़ नेपाली रुपये का गेंहू आयात किया था। भारत से तस्करी द्वारा नेपाल को जाने वाली अनाजों की मात्रा इससे कई गुना अधिक है।
भारत द्वारा चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के बाद नेपाल के सीमावर्ती कस्बों काकरभित्ता, नेपालगंज और बिराटनगर से भारत होकर बांग्लादेश के लिए खाद्यान्नों का निर्यात काफी तेजी से बढ़ा गया था।
केवल पिछले हफ्ते ही करीब 90,000 टन गेंहू का निर्यात काकरभित्ता से बांग्लादेश के लिए हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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