भारत नहीं चीन की प्रगति से चिंतित है अमेरिका : सीआईए
वाशिंगटन , 1 मई (आईएएनएस)। एशिया में एक शक्ति के रूप में चीन का तेजी से उदय 21 वीं शदी में अमेरिका के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
वाशिंगटन , 1 मई (आईएएनएस)। एशिया में एक शक्ति के रूप में चीन का तेजी से उदय 21 वीं शदी में अमेरिका के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के निदेशक माइकेल हेडन ने कंसास राज्य विश्वविद्यालय में एक भाषण के दौरान पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर के शब्दों को दोहराते हुए कहा कि आने वाले समय में एशिया वैश्विक मामलों में प्रमुख भूमिका निभाने वाली ताकत के रूप में उभरेगा।
हेडन का कहना था कि भारत और जापान के विकास से अमेरिका को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं हैं। लेकिन चीन अपने कम्युनिस्ट शासन, परमाणु क्षमता, आर्थिक और तकनीकी विकास और सैनिक क्षमता के कारण अमेरिकी ताकत के लिए चुनौती बन सकता है।
सीआईए प्रमुख का मानना है कि 21 वीं शदी में विश्व में शीतयुद्ध की तरह दो ध्रुवीय शक्ति संतुलन नहीं रहेगा। विश्व की राजनैतिक स्थिति काफी जटिल होगी लेकिन उससे अमेरिका के प्रभाव में कमी होने की संभावना काफी कम है।
माइकल हेडन का मानना है कि निकट भविष्य में चीन के अमेरिका के शत्रु के रूप में उभरने की कोई संभावना नहीं है। दोनों देशों के बीच पिछले 40 सालों से शांतिपूर्ण संबंध बने हुए हैं।
सीआईए प्रमुख का मानना है कि चीन को विश्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के मार्ग में उसके आंतरिक और संरचनात्मक कमजोरियां बाधक बन सकती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**