उमा गिरफ्तार हुई और रिहा भी
दरअसल, बगैर अनुमति के उमा किसानों की समस्याओं के बारे में राज्यपाल को अवगत कराना चाहती थी। राज्यपाल निवास में जबरन घुसने के प्रयास के तहत उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले, उमा ने किसानों की समस्याओं पर राजधानी में प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य सरकार पर चार हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि गेहूं के समर्थन मूल्य में सौ रूपये की वृद्धि तो राज्य सरकार ने कर दी लेकिन अपने ही बिचौलियों को लगाकर उसने किसानों से औने-पौने दामों में गेहूं की खरीदी भी कर ली।
उमा ने कहा कि इस प्रकार से पहले ही बिचौलिए तैनात कर सरकार ने लगभग चार हजार करोड़ का घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि इन्हीं परिस्थितयों से राज्यपाल को हम अवगत कराना चाहते थे। लेकिन हमें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें