आईएमएफ ने दिए विकासशील देशों को मतदान के और अधिकार
वाशिंगटन, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। विश्व मुद्रा कोष (आईएमएफ) की मतदान प्रक्रिया में आखिर वह बहुप्रतीक्षित सुधार हो ही गया, जिसके बाद विकासशील देशों को इस प्रक्रिया में पहले की अपेक्षा अधिक अधिकार मिलेंगे।
यह जानकारी आईएमएफ के प्रबंध निदेशक डोमिनिक स्ट्रास काह्न् ने दी।
आईएमएफ के संचालक मंडल द्वारा किए गए सुधारों के तहत संस्था में मताधिकार अब विकसित देशों से विकासशील देशों की ओर 2.7 फीसदी खिसक जाएंगे।
इस परिवर्तन के बावजूद संस्था के निर्णयों के लिए किए जाने वाले मतदान में विकसित देशों का अधिकार 53 फीसदी है जबकि विकासशील देशों के पास 43 फीसदी अधिकार बने हुए हैं।
इन सुधारों को लागू करने के लिए कुल मतों का 85 फीसदी होना आवश्यक था लेकिन 94.6 फीसदी सदस्यों ने इन सुधारों पर अपनी मुहर लगा दी।
काह्न् ने कहा, "मतों का यह स्तर बताता है कि सदस्य देश सुधारों के लिए कितने उत्सुक हैं। मुझे लगता है कि इन सुधारों के बाद कोष की विश्वसनीयता में और वृद्धि होगी।"
काह्न् ने कहा कि यह मत परिवर्तन उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम है और आने वाले कुछ सालों तक यह परिवर्तन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि विकासशील देशों द्वारा लंबे समय से इस तरह की मांग की जा रही थी कि उन्हें मतदान प्रक्रिया में ज्यादा अधिकार सौंपे जाएं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।