भूमध्यसागरीय संघ दुनिया बदल सकता है : सरकोजी
ट्यूनिश, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। यदि भूमध्यसागरीय संघ वास्तव में अस्तित्व में आया तो यह पूरी दुनिया को बदल सकता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने ट्यूनिशिया की राजधानी ट्यूनिश में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रस्तावित संघ में शामिल प्रत्येक देश को समृद्ध बनाया जाएगा और वहां शांति स्थापित कर दी जाएगी।
प्रस्तावित संघ में यूरोपीय संघ के 27 देशों के आलावा भूमध्यसागर के किनारे स्थित सभी देशों को शामिल किए जाने का विचार है। इसकी औपचारिक स्थापना पेरिस में 13 जुलाई को एक सम्मेलन में की जाएगी।
अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन सरकोजी ने कहा कि सम्मेलन में ही संघ के सहअध्यक्षों का चुनाव किया जाएगा। एक अध्यक्ष भूमध्यसागर के उत्तरी किनारे के देशों से होगा और दूसरा दक्षिणी भाग से। फ्रांस के अधिकारी इसके लिए पहले ही मिश्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक का नाम सुझा चुके हैं।
इसी सम्मेलन में संघ के स्थायी सचिवालय के लिए स्थान का भी चयन किया जाएगा।
सरकोजी ने कहा कि संघ उत्तर और दक्षिण की समानता पर आधारित होगा। लेकिन यह साफ नहीं हो सका कि यदि इजरायल इस संघ में शामिल होगा तो कितने उत्तर अफ्रीकी और मध्य पूर्व के देश इसमें शामिल होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।